Learn with Daily IQ Dose
Start Quiz
Question of
( ❌ )
Fullscreen
Marks
✓
+1
❌
-0.33
Time
MCQ Result ❌
| Result | प्राप्त अंक |
|---|---|
| Total Questions | |
| Selected Questions | |
| Total Correct Questions | |
| Total Wrong Questions | |
| Skip Questions | |
| Final Persantage % | |
| Final Score |
महाजनपद काल और मगध साम्राज्य
परिचय:
भारत के प्राचीन इतिहास में महाजनपद
काल एक महत्वपूर्ण राजनीतिक परिवर्तन का दौर माना जाता है। इसमें लगभग 600 ईसा
पूर्व में छोटे-छोटे जनजातीय राज्यों का विस्तार होकर 16 महाजनपदों का गठन हुआ था।
इसी काल के दौरान मगध का उदय हुआ था, जिसने
आगे चलकर भारत के सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों को जन्म दिया था। महाजनपद काल न केवल
राजनीतिक दृष्टि से, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास का भी स्वर्णिम
समय माना जाता है।
महाजनपद काल
1. महाजनपदों का उदय:
6ठी शताब्दी ईसा पूर्व में 16 बड़े
राज्यों का निर्माण हुआ जिन्हें महाजनपद कहा गया है।
यह पूर्व वैदिक जनजातीय समाज से विकसित
राजनीतिक इकाइयाँ रही हैं।
2. प्रमुख महाजनपद:
मगध, कोशल, वत्स, अवंति
सबसे शक्तिशाली महाजनपद थे।
अन्य महाजनपद—कुरु, पंचाल, अंगे, मल्ल, वृजी, मत्स्य, काशी, चेदी
आदि थे।
3. शासन व्यवस्था:
इस समय दो प्रकार की सरकारें थीं
1. राज्य
(राजा द्वारा शासित होती थी)
2. गण/संघ (एक परिषद या समूह द्वारा शासित होती थी)
हमें बौद्ध और जैन ग्रंथों में इनके
विस्तार का उल्लेख मिलता है।
4. अर्थव्यवस्था और समाज:
कृषि, व्यापार
और शिल्प में अत्यधिक वृद्धि हुई थी।
लोहे के उपकरणों के उपयोग से खेती अधिक
प्रभावी हुई थी।
नगरीकरण का विकास – व्यापारिक नगर बनारस, राजगृह, प्रमुख
थे।
मगध साम्राज्य
5. मगध का उदय:
मगध गंगा और सोन नदियों
के उपजाऊ क्षेत्र में स्थित था, जो इसकी शक्ति का प्रमुख कारण बना था।
6. प्रारंभिक राजवंश:
हरीवर्धन/बृहद्रथ वंश– सबसे पुराना राजवंश है।
हारींक वंश के राजा बिंबिसार– मगध को महान शक्ति बनाया था।
अजातशत्रु– पड़ोसी राज्यों को जीतकर साम्राज्य का विस्तार
किया था।
7. मगध की सफलता के कारण:
उपजाऊ भूमि मौजूद थी
लोहे की खानें मौजूद थीं
मजबूत सेना जो हमेशा सुरक्षा करती थी
रणनीतिक राजधानी (राजगृह और बाद में
पाटलिपुत्र)
राजनीतिक महत्वाकांक्षा और कुशल
प्रशासन था
8. नंद वंश:
मगध का सर्वाधिक विस्तार नंद वंशके
दौरान हुआ था।
धनानंद सबसे प्रसिद्ध शासक थे, जिनसे बाद में चंद्रगुप्त मौर्य ने सत्ता छीन
ली थी।
निष्कर्ष:
महाजनपद काल ने भारत में संगठित
राज्यों की नींव रखी, जबकि मगध साम्राज्य ने भारतीय
उपमहाद्वीप में पहली बार विशाल राजनीतिक एकता स्थापित की थी। यही वह युग था जिसने
आगे चलकर मौर्य साम्राज्य जैसे महान साम्राज्यों के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया
था।
