Learn with Daily IQ Dose
Start Quiz
Question of
( ❌ )
Fullscreen
Marks
✓
+1
❌
-0.33
Time
MCQ Result ❌
| Result | प्राप्त अंक |
|---|---|
| Total Questions | |
| Selected Questions | |
| Total Correct Questions | |
| Total Wrong Questions | |
| Skip Questions | |
| Final Persantage % | |
| Final Score |
सिंधु घाटी सभ्यता
परिचय:
सिंधु घाटी सभ्यता दुनिया की सबसे
पुरानी और विकसित शहरी सभ्यताओं में से एक है। लगभग 3300 ईसा पूर्व से 1900 ईसा
पूर्व तक फैली इस सभ्यता ने उन्नत नगर नियोजन, व्यापार, कला, विज्ञान और सामाजिक संगठन का एक
श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया है। भारत और आज के पाकिस्तान में फैली यह सभ्यता ‘हड़प्पा संस्कृति’ के नाम से भी जानी जाती है।
1. उद्गम और विस्तार:
यह सभ्यता मुख्यतः सिंधु नदी और
उसकी सहायक नदियों के किनारे विकसित हुई।
भारत और पाकिस्तान के लगभग 1000 से अधिक स्थलों में इसके अवशेष मिले हैं।
2. प्रमुख स्थल:
हड़प्पा यह सबसे पहला खोजा गया स्थल था।
मोहनजोदड़ो यहां प्रसिद्ध ‘स्नानागार’ मिला है।
लोथल एक उन्नत बंदरगाह स्थल है।
कालीबंगा कृषि के प्रमाण और अग्निकुंड मिले है।
3. नगर नियोजन:
शहरों का निर्माण पूरी तरह से ग्रिड
प्रणाली पर आधारित था।
सड़कों की दिशा उत्तर–दक्षिण और पूर्व–पश्चिम थी।
घर पक्की ईंटों से बने होते थे और कई
सारी बहुमंजिला संरचनाएँ भी मिलती हैं।
4. जल-निकासी और
स्वच्छता प्रणाली:
दुनिया की सबसे उन्नत ड्रेनेज प्रणाली
इसी सभ्यता में पाई जाती है।
हर घर से नाली जुड़ी होती थी जो मुख्य
नालों में जा कर मिलती थी।
5. अर्थव्यवस्था:
कृषि, पशुपालन, व्यापार और शिल्प मुख्य आधार थे।
इसमें गेहूँ, जौ, कपास की खेती होती थी।
मेसोपोटामिया के साथ समुद्री व्यापार के प्रमाण भी मिले हैं।
6. सामाजिक और
सांस्कृतिक जीवन:
लोग साधारण, शांतिप्रिय और संगठित जीवन जीते थे।
पुरुष और स्त्री दोनों की समान भूमिका
के संकेत मिलते हैं।
खिलौने, आभूषण, मिट्टी की मूर्तियाँ और धातु शिल्प
इत्यादि विकसित थे।
7. धर्म और मान्यताएँ:
प्रकृति पूजा, माता देवी, पशुपति जैसी मूर्तियों के कुछ प्रमाण
मिले हैं।
मंदिरों का स्पष्ट प्रमाण नहीं मिलता, यही कारण है जो इसे अन्य सभ्यताओं से अलग बनाता है।
8. लिपि और लेखन:
सिंधु लिपि अभी भी पढ़ी नहीं जा सकी है,
दुनिया भर के लोग आज भी इसे समझने की कोशिश कर रहे हैं।
सील-मोहरों पर चित्रात्मक चिह्न पाए
जाते हैं।
9. पतन के कारण:
बाढ़, जलवायु परिवर्तन, नदी मार्ग बदलना और आर्थिक गिरावट
संभावित कारण माने जाते हैं, फिर भी 100 प्रतिशत कुछ कहा नहीं जा सका है।
निष्कर्ष:
सिंधु घाटी सभ्यता प्राचीन भारत की
वैज्ञानिक सोच, शहरी
नियोजन, सांस्कृतिक
विविधता और सामाजिक अनुशासन का अद्भुत उदाहरण है। यह सभ्यता न केवल भारत की
गौरवशाली विरासत है बल्कि मानवीय सभ्यता के विकास का एक महत्वपूर्ण अध्याय भी है।
